दिल में जो दबा रखे हैं जज्बात आपने
कभी यूँ ही खुलने न दीजियेगा
जिन राहों पे हमें साथ ले चलने की ख्वाइस थी
समय की मझधार में घुलने न दीजियेगा।
ये प्रेमाश्रु मोतिओं से बिखरते रहेंगे
आपके हीं इंतज़ार में
आपके राहों में सजा देंगे हम ये मोती
इंतज़ार में में जो हमें खो दीजियेगा।
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